विश्व हिन्दू परिषद कार्य में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का दिन ऐतिहासिक है। 50 वर्ष पूर्व वर्ष 1964 में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सांदीपनी साधनालय के इसी पवित्र स्थल पर देश के स्वनामधन्य संतजन व हिन्दुस्थान व हिन्दू समाज के गौरवशाली स्वरूप को देखने की इच्छा रखनेवाले महानुभाव एकत्र आए थे। सांदीपनी साधनालय के अधिष्ठाता पूज्यपाद स्वामी चिन्मयानंद जी महाराज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक परम पूजनीय श्री गुरुजी, मास्टर तारासिंह जी, सद्गुरु जगजीत सिंह जी, रामटेक के योगशिरोमणि सीताराम दास जी महाराज, राष्ट्र संत तुकडो जी महाराज, डॉ0 कन्हैयालाल माणिक लाल मुंशी, हिन्दू महासभा के तत्कालीन महासचिव श्री बी0जी0 देशपाण्डे सरीखे श्रेष्ठजन इस अवसर पर उपस्थित थे, जिन्होंने हिन्दू समाज का चिंतन करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के गठन की घोषणा की थी।