विहिप कार्याध्यक्ष एडवोकेट श्री आलोक कुमार का प्रेस वक्तव्य
दिसंबर 10, 2019 | गृह मंत्री श्री अमित शाह को नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा द्वारा सफलता पूर्वक पारित किए जाने पर बधाई.
भारत को किसी भी प्रकार के प्रतिबंधो के नाम पर डराया नहीं जा सकता.
सभी भारतीय पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान से आए पीड़ित व प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता सुनिश्चित करने वाले निर्णय के साथ खड़े हैं.
विश्व हिन्दू परिषद् ने गृह मंत्री श्री अमित शाह को नागरिकता संशोधन विधेयक-2019 के लोकसभा द्वारा सफलता पूर्वक पारित कराए जाने पर हार्दिक बधाई दी है. हमें आशा है कि राज्यसभा भी इस विधेयक को इसी प्रकार भारी बहुमत से शीघ्र पारित कर कानून का स्वरूप देगी. यह विधेयक शरणागत की रक्षा करने के भारत के पुरातन मूल्यों को अनुरूप ही है.
पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में धर्म के आधार पर प्रताड़ना के शिकार धार्मिक अल्पसंख्यक (विशेष रूप से महिलाऐ) अपने जीवन व स्वाभिमान की रक्षार्थ स्वाभाविक रूप से भारत ही आते हैं. वे कोई घुसपैठिये नहीं अपितु शरणार्थी हैं.
विश्व हिन्दू परिषद् ने एक अमेरिकी संस्था (US Commission on International Religious Freedoms) द्वारा गृह मंत्री श्री अमित शाह व अन्य प्रमुख नेताओं के विरुद्ध प्रतिबन्ध लगाने पर हैरानी व्यक्त करते हुए कहा है कि इस प्रकार के प्रतिबन्ध अटल जी के शासन काल में भी लगाए गए थे जब उन्होंने परमाणु परीक्षण किया था. वे भारत को रोक नहीं पाए अपितु, उनको वापस नहीं लेना पड़ता.
लाखों लोग जो अभी अमानवीय जीवन जीने को मजबूर हैं, उनका भारत के नागरिक के रूप में, स्वाभिमान पूर्वक जीवन यापन सुनिश्चित करने हेतु बनाए गए इस विधेयक को पारित कर कानून बनाने तथा इसे लागू कराने के प्रति सम्पूर्ण देश, किसी भी प्रकार के प्रतिबन्ध की चिंता किए बगैर, कृत संकल्पित हो कर, केंद्र सरकार के साथ खडा है.
जारी कर्ता:
विनोद बंसल
(राष्ट्रीय प्रवक्ता)
विश्व हिन्दू परिषद्
@VHPDigital @vinod_bansal